The best Side of shiv chalisa lyrics in hindi
The best Side of shiv chalisa lyrics in hindi
Blog Article
अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन छार लगाये ॥
चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।
स्तवं यः प्रभाते नरः शूलपाणे पठेत् सर्वदा भर्गभावानुरक्तः ।
Shiv Chalisa Lyrics PDF in Hindi) just isn't operating or is in violation of the law or has almost every other challenges, make sure you Speak to us.
भाल चन्द्रमा सोहत नीके । कानन कुण्डल नागफनी के॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी । क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥
जो get more info सत बार पाठ कर कोई। छूटहि बन्दि महा सुख होई।।
अर्थ- हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुण्डल कुँचित केसा।।
जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख दूर करि...
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥